ॐगणपति महोत्सवॐ
गणपति महोत्सव भगवान गणेश के जन्मदिन का पावन पर्व है, जिसे ठाकुरबाड़ी मंदिर में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन विशेष पूजा, भजन कीर्तन और प्रसाद वितरण का आयोजन किया जाता है।

ॐगणपति महोत्सव का महत्व
गणपति महोत्सव या गणेश चतुर्थी हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है, जो भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन विघ्नहर्ता भगवान गणेश का जन्म हुआ था।
भगवान गणेश को बुद्धि और समृद्धि का देवता माना जाता है। वे हर शुभ कार्य के आरंभ में पूजे जाते हैं और विघ्नों को दूर करने वाले देवता के रूप में जाने जाते हैं।
गणेश चतुर्थी के दिन भक्तगण भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित करते हैं, विशेष पूजा करते हैं और मोदक का प्रसाद चढ़ाते हैं।
ॐगणपति महोत्सव कार्यक्रमॐ
ठाकुरबाड़ी मंदिर में गणपति महोत्सव दस दिनों तक चलता है, जिसमें विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
मूर्ति स्थापना
गणपति महोत्सव की शुरुआत भगवान गणेश की मूर्ति स्थापना से होती है, जिसके बाद विशेष पूजा और आरती की जाती है।
दैनिक पूजा और कार्यक्रम
इन दिनों में प्रतिदिन सुबह और शाम को विशेष पूजा और आरती की जाती है। साथ ही, सांस्कृतिक कार्यक्रम, भजन संध्या और प्रवचन भी आयोजित किए जाते हैं।
विसर्जन
दसवें दिन भगवान गणेश की मूर्ति का विसर्जन किया जाता है। इससे पहले विशेष पूजा और आरती की जाती है, फिर भक्तगण ढोल-ताशे के साथ जुलूस निकालते हैं।
ॐगणपति महोत्सव 2025 कार्यक्रम समय-सारणीॐ
15 अगस्त, 2025 (पहला दिन)
- सुबह 8:00 बजे - मूर्ति स्थापना
- दोपहर 12:00 बजे - विशेष पूजा
- शाम 7:00 बजे - आरती
16-23 अगस्त, 2025 (दूसरे से नौवें दिन)
- सुबह 8:00 बजे - प्रातः पूजा
- दोपहर 12:00 बजे - मध्याह्न आरती
- शाम 6:00 बजे - सांस्कृतिक कार्यक्रम
- रात 8:00 बजे - संध्या आरती
24 अगस्त, 2025 (दसवां दिन - विसर्जन)
- सुबह 8:00 बजे - विशेष पूजा
- दोपहर 12:00 बजे - महाआरती
- दोपहर 2:00 बजे - विसर्जन जुलूस प्रारंभ
- शाम 6:00 बजे - विसर्जन